
कुशीनगर। होली का त्योहार जहां रंगों और उत्साह का प्रतीक है, वहीं इस बार कुशीनगर के ग्रामीण इलाकों में अवैध शराब की बिक्री ने चिंता बढ़ा दी है। ग्रामीण क्षेत्रों के चौक-चौराहों पर नकली और अवैध शराब की धड़ल्ले से बिक्री हो रही है, जबकि प्रशासनिक अधिकारी इस मामले में गायब नजर आ रहे हैं।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि होली के मौके पर अवैध शराब की बिक्री बढ़ गई है और इसकी आपूर्ति ग्रामीण इलाकों में खुलेआम की जा रही है। इसके बावजूद आभाकारी विभाग के कार्यालय में ताला लटका हुआ है और अधिकारियों का कहीं अता-पता नहीं है। फोन करने पर जिला आबकारी अधिकारी का नहीं उठ रहा फोन क्या अधिकारी विभाग की मिली भगत से इस तरह से बिक रहा है शराब।
स्थानीय ग्रामीणों ने इस मामले में प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठाए हैं। एक ग्रामीण ने बताया, “होली के बहाने अवैध शराब की बिक्री बढ़ गई है। यह न केवल कानून व्यवस्था के लिए खतरा है, बल्कि लोगों के स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक है। प्रशासन को इस पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।
आबकारी विभाग के अधिकारियों की गैर-मौजूदगी ने इस मामले को और गंभीर बना दिया है। विभागीय कार्यालय में ताला लगा होना और अधिकारियों का गायब होना सरकारी तंत्र की लापरवाही को उजागर करता है।
स्थानीय लोगों ने मांग की है कि इस मामले की तत्काल जांच की जाए और अवैध शराब के कारोबार में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही, प्रशासनिक अधिकारियों की जवाबदेही तय करने की मांग भी उठाई जा रही है।
होली का त्योहार खुशियों और उत्साह का प्रतीक है, लेकिन कुशीनगर में अवैध शराब की बिक्री ने इसकी रौनक को फीका कर दिया है। प्रशासन को चाहिए कि वह तत्काल इस मामले पर कार्रवाई करे और जनता का विश्वास बहाल करे।